जिंदा रहने की कोशिश और इज्जत पर खतरा
डिप्टी मेयर मारिना बेशास्तना ने कहा कि महिलाएं ‘कम आकर्षक’ लगने के लिए अपने बाल छोटे कर रही हैं, ताकि रूसी सैनिकों के कब्जे में जाने से बच सकें। यह शहर 30 मार्च को रूसी बलों के नियंत्रण से आजाद हो गया !
रूस के आक्रमण के बाद अब यूक्रेन में महिलाएं जान के साथ-साथ अस्मिता के लिए भी संघर्ष कर रही हैं। खबर है कि इवानकीव शहर में महिलाएं बलात्कार से बचने के लिए अपने बाल काटने को मजबूर हो गई हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब युद्धग्रस्त देश में महिलाओं के साथ रेप की खबरें सामने आई हैं। इससे पहले एक महिला ने दावा किया था कि रूसी सैनिकों ने उनके साथ दुष्कर्म किया था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई का ऐलान किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, डिप्टी मेयर मारिना बेशास्तना ने कहा कि महिलाएं ‘कम आकर्षक’ लगने के लिए अपने बाल छोटे कर रही हैं, ताकि रूसी सैनिकों के कब्जे में जाने से बच सकें। यह शहर 30 मार्च को रूसी बलों के नियंत्रण से आजाद हो गया था।
डिप्टी मेयर ने कहा कि कब्जे के दौरान महिलाओं को बालों से खींचकर बेसमेंट से बाहर निकाला गया, ताकि रूसी सैनिक उनका उत्पीड़न कर सकें। उन्होंने कहा, ‘लड़कियां कम आकर्षक लगने के लिए बाल काट रही हैं, ताकि अब उनकी ओर कोई भी नहीं देखे।’ इस दौरान उन्होंने एक घटना का भी जिक्र किया, जहां नजदीकी गांव में कथित तौर पर 15 और 16 साल की दो बहनों का रेप किया गया।
पति को मारा और किया दुष्कर्म!
यूक्रेन की एक महिला ने हाल ही में दावा किया था कि रूसी सैनिकों ने पति को मारने के बाद उसका बलात्कार किया। इस दौरान उनका 4 चार साल का बेटा दूसरे कमरे में रो रहा था। इसके अलावा यूक्रेन की सांसद लेसिया वेसिलेंक ने भी दावा किया था कि रूसी सैनिकों ने 10 साल की बच्चियों के साथ भी बलात्कार किया।